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जता नहीं पाता हूँ मैं, ये बता नहीं पाता हूँ। By: Misal

  • Writer: misal writez
    misal writez
  • Sep 19, 2021
  • 1 min read

Updated: Jan 9, 2022


यारों से है दिली यारी,

वो अल्लहड़पन सारी,

पर जता नहीं पाता हूं मैं,

ये बात बता नहीं पाता हूं।


हूँ, कड़क विचारों में,

दिल में उतनी ही नरमी है

ये बात जता नही पाता हूँ मैं

ये बात बता नहीं पाता हूँ।


झूठी तारीफ़ नहीं,

आँखों से इज्ज़त

है, दिल में सम्मान।

पर जता नहीं पाता हूँ मैं

ये बात बता नहीं पाता हूँ।


महबूबा से इज़हार

इश्क़ की बातें और प्यार

दिल की तड़प, वो इश्क़ ख़ुमार,

बस उसको जता नहीं पाता हूँ मैं

ये बात बता नहीं पाता हूँ।


____मिसाल©





 
 
 

1 commentaire


Deepak Kumar
Deepak Kumar
21 sept. 2021

Very nice

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